Share Market में अगर सही तरीके से निवेश किया जाए, तो इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. लेकिन, अगर आपका अप्रोच गलत रहता है, तो यह बाजार आपको तगड़ा झटका भी दे सकता है. स्टॉक मार्केट में अपने निवेश पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न के लिए हमें उन गलतियों से बचना होगाा, जो आपकी वेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं. साथ ही आपके जीवन के महत्वपूर्ण फाइनेंशियल गोल को प्रभावित कर सकते हैं. एडलवाइज वेल्थ मैनेजमेंट के प्रेसिडेंट एंड हेड (पर्सनल वेल्थ) राहुल जैन ने बाजार में उन गलतियों से बचने की सलाह दी है, जो अक्सर निवेशक करते हैं. उनका कहना है कि बाजार से वेल्थ बनाना है, तो एंट्री से पहले जरूरी होमवर्क करना जरूरी है. साथ ही बाजार में हमेशा धैर्य बनाए रखना चाहिए.
बाजारों के बारे में कभी अनुमान न लगाएं
राहुल जैन कहते हैं, शेयर बाजार अस्थिर और रहस्यमय हैं. यहां तक कि सबसे अनुभवी निवेशक भी यह अनुमान नहीं लगा सकते हैं कि भविष्य में बाजार किस दिशा में जाएगा. बाजारों की भविष्यवाणी करने का प्रयास करना सही नहीं है और इसके अच्छे नतीजे नहीं मिलते हैं. बाजार में टाइमिंग को समझना काफी मुश्किल है. इसके चलते असकर गलत फैसले हो जाते हैं.
इसलिए, भविष्यवाणी करने के बजाय बाजारों में लंबी अवधि का नजरिया रखना सबसे अच्छा तरीका है. बाजार से उन लोगों को अच्छा खासा मुनाफा हुआ है, जो इसके मूवमेंट का अनुमान लगाने के बजाय इसमें लंबी अवधि तक बने रहे.
पर्याप्त होमवर्क नहीं करना
बिना पर्याप्त होमवर्क के शेयर बाजारों में एंट्री नहीं करनी चाहिए. आपको अपना होमवर्क कई स्तरों पर करना चाहिए. बाजार की सामान्य शब्दावली जानने से लेकर स्टॉक चुनने तक के बारे में आपको उचित होमवर्क करना होगा. आज के समय में इंटरनेट पर पर्याप्त सामग्री उपलब्ध है, जो आपको ट्रेड के कॉन्सेप्ट्स और ट्रिक्स को सीखने में मदद करती है. सबसे अहम बात, धैर्य रखें और संदेह होने पर प्रोफेशनल की मदद लें.
अनुशासन की कमी
बाजार में अनुशासन रखना जरूरी है. अनुशासन की कमी हर जगह आपको नुकसान पहुंचा सकती है. शेयर बाजार में निवेश भी अलग नहीं है. अपने लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता को ध्यान में रखे बिना निवेश करना आपको कहीं नहीं ले जा सकता है. बाजार में उतार-चढ़ाव आने पर जल्दबाजी में शेयर खरीदना या बेचना सही नहीं होता है.
भीड़ को फॉलो करना
शेयर बाजारों में, किसी खास स्टॉक का पीछा करने वाले लोगों की भीड़ अमूमन दिखाई देती है. इस तरह के झुंड का आंख बंद करके पीछा करना आगे चलकर नुकसान पहुंचा सकता है. किसी स्टॉक में निवेश करने से पहले, उसके फंडामेंट्ल्स को समझें, कंपनी के ग्रोथ आउटलुक का मूल्यांकन करें, उसकी वित्तीय स्थिति देखें और प्रबंधन के ट्रैक रिकॉर्ड का विश्लेषण करें. सबसे अहम बात यह सुनिश्चित करें कि निवेश आपके लक्ष्य के अनुरूप हो. जब ये सभी चीजें आप समझ लें, तब ही निवेश के लिए कदम बढ़ाएं.
डायवर्सिफिकेशन न करना
राहुल जैन का कहना है, डायवर्सिफिकेशन निवेश के मूलभूत सिद्धांतों में से एक है. पर्याप्त डायवर्सिफिकेशन आपके पोर्टफोलियो में स्थिरता आती है. डायवर्सिफिकेशन से मंदी के दौरान आपका मुनाफा खत्म होने से बचाने में मदद मिलती है. बाजार हरेक सेक्टर को अलग तरह से प्रभावित करते हैं और डायवर्सिफिकेशन वॉलेटाइल मार्केट में अपकी लैंडिंग को आसान बनाता है.
बाजार में यह जानना मुश्किल हो सकता है कि निवेश करने का सही समय कब है. स्टॉक की कीमतों की आकलन करना भी मुश्किल है. बहुत से लोग बाजार को समय देने की कोशिश करते हैं, लेकिन कुछ निश्चित वजहों से ऐसा नहीं कर पाते हैं. वहीं, ऐसे कई स्टॉक होते हैं, जिनमें लगता है कि अच्छी कमाई होगी और इसी उम्मीद में निवेशक अपना पूरा पैसा गंवा बैठते हैं. निवेशक के रूप में, हम सभी गलतियाँ करते हैं. जरूरी यह है कि हमें उनसे सीखना है और उन्हें दोहराना नहीं है.