इन 6 समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है मीठा सोडा
मीठे सोडे को सोडियम बाइकार्बोनेट के नाम से भी जाना जाता है। इसे बहुत सी बेकिंग डिश को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बेकिंग सोडा का ज्यादा प्रयोग करने से नुकसान होने के बारे में आपने सुना होगा।
लेकिन क्या इसे खाने से कोई लाभ भी मिल सकता है? वैसे तो बेकिंग सोडा के खाने के अलावा भी बहुत से प्रयोग होते हैं। घरों में इसका प्रयोग अक्सर खाने-पीने की चीजों में ही किया जाता है।
जब हमारे पेट के ऊपर वाले हिस्से में जलन होती है, तो यह हमारे गले से लेकर छाती तक फैल सकती है। इसे एसिड रिफ्लक्स कहा जाता है। मीठा सोडा पेट के एसिड रिफ्लक्स को खत्म करने में मदद करता है।
एक गिलास ठंडे पानी में एक चम्मच मीठा सोडा मिलाकर धीरे-धीरे पीने से एसिड रिफ्लक्स खत्म हो जाता है।
लेकिन इसका लगातार उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका लगातार उपयोग करने से यह हार्ट की समस्या का कारण बन सकता है।
मीठा सोडा घाव को ठीक करने में मदद करता है। ये घाव मुंह के अंदर बन सकते हैं। ये घाव होंठों या मुंह के बाहरी भाग में न हो कर अंदर की ओर होते हैं। बेकिंग सोडा इन घाव से होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है।
जब हमें कोई मच्छर या मधुमक्खी काट लेती है, तो त्वचा के दर्द को कम करने के लिए मीठे सोडे के पानी से नहाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा मीठा सोडा सनबर्न से होने वाली खाज खुजली को कम करने में भी मदद कर सकता है।
बेकिंग सोड़ा लंबे समय तक व्यायाम करने में मदद करता है। ज्यादा देर तक व्यायाम करने पर हमारी मसल्स थक जाती है, जिनसे इनमें लैक्टिक एसिड जमा हो जाता है।
लैक्टिक एसिड जमा होने के कारण थकान महसूस होती है। दरअसल, लैक्टिक एसिड हमारी कोशिका के पीएच लेवल को कम कर देता है। मीठा सोडा अपने उच्च पीएच लेवल के कारण थकावट को दूर करने में मदद करता है।
कैंसर का इलाज कीमोथेरेपी के साथ किया जाता है। यह कैंसर की सेल्स को धीमा करने में मदद करता है। मीठा सोडा कैंसर के सेल्स का कम पीएच बना देता है, जिससे कीमोथेरेपी की दवा अच्छी तरह से काम करती है।
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