गुनगुने पानी की सिंकाई से मिलेगा सर्दियों में जोड़ों के दर्द से आराम
सर्दियों के मौसम में हड्डियों और जोड़ों में दर्द की शिकायत बढ़ जाती है। विशेषकर बुजुर्गों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।
एक शोध के अनुसार गर्म पानी में जोड़ों की सिंकाई करने, गर्म पानी में तैरने या गर्म पानी के अंदर एक्सरसाइज करने से जोड़ों में आए दबाव कम होता है, स्टिफनेस कम होती है और दर्द में भी आराम आता है।
जब भी गर्म पानी का उपयोग करें तो ध्यान रखें कि पानी गुनगुना हो न कि बहुत गर्म। बहुत ज्यादा गर्म पानी शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है।
इससे स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ जाता है। साथ ही स्किन प्रॉब्लम भी हो सकती है। इसलिए शॉवर लेते समय और पानी से सिकाई करते समय गुनगने पानी का ही उपयोग करें।
एक अध्ययन से पता चलता है कि नमक में मैग्नीशियम सल्फेट पाया जाता है। गुनगुने पानी में नमक डालकर नहाने से जोड़ों की तकलीफें कम होती हैं जिससे फिजिकल एक्टिविटी बढ़ जाती है।
अगर आप गुनगुने पानी के टब में बैठकर सिकाई कर रहे हैं, तो बेहतर होगा कि एक जगह स्थिर न रहें। विशेषज्ञों का सुझाव है कि जब आप स्वीमिंग पूल में हों या बाथिंग टब में, तो पानी के अंदर रहते हुए कोई गेम खेल सकते हैं।
एक शोध के अनुसार गर्म पानी में जोड़ों की सिंकाई करने, गर्म पानी में तैरने या गर्म पानी के अंदर एक्सरसाइज करने से जोड़ों में आए दबाव कम होता है, स्टिफनेस कम होती है और दर्द में भी आराम आता है।
यही नहीं, जो लोग रोजाना गुनगुने पानी से नहाते हैं, उनके मांसपेशियों में हो रहे दर्द और जोड़ों के दर्द में भी कमी आती है।
इसी तरह रुमेटोलॉजी इंटरनेशनल में प्रकाशित तुर्की में इस्तानबुल विश्वविद्यालय से 2010 के एक अध्ययन में, घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले 30 पुरुष और महिलाओं ने दो सप्ताह तक लगातार 20 मिनट तक अपने पैरों की सिंकाई की।
इसके बाद वे रोजाना लंबे समय तक वॉक कर सके। एक और अध्ययन यह पुष्टि करता है कि नियमित रूप से सोखने की आदत डालने के बाद लोगों को जोड़ों के दर्द के लिए नियमित दवा खाने की जरूरत नहीं होती है।
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