हाई बीपी और ब्लड शुगर दोनों कंट्रोल करती है काली मिर्च 

न्यूट्रीएंट जर्नल के अनुसार, काली मिर्च पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, ल्यूटिन, ज़ेक्सैन्थिन, विटामिन ई, विटामिन के और विटामिन ए से भरपूर होता है।

यह विटामिन सी के अलावा, थायमिन, पाइरिडोक्सिन, राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, कॉपर का भी स्रोत है, जो शरीर को स्वस्थ बनाते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर यह स्वाभाविक रूप से रक्तचाप को प्रबंधित करने और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकती है।

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ आयुर्वेद रिसर्च के अनुसार, काली मिर्च या ब्लैक पेपर तासीर में गर्म होती है। यह पचने में भी हल्का होता है। यह वात और कफ को संतुलित करता है।

यह उन लोगों के लिए बढ़िया है, जिन्हें हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर है। खाली पेट गर्म या गुनगुने पानी के साथ 1-2 कुटी हुई काली मिर्च ली जा सकती है।

करेंट कार्डियोलोजी रिव्यु जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, काली मिर्च को पाइपर नाइग्रम के नाम से भी जाना जाता है। काली मिर्च के यौगिक – पिपेरिन हाई ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।

काली मिर्च में पोटैशियम की मौजूदगी ब्लड को गाढ़ा होने से रोकती है। यह अत्यधिक सोडियम सेवन के कारण होने वाले दुष्प्रभावों को कम करती है, जो ब्लडप्रेशर के प्रमुख कारणों में से एक है।

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