शरीर में जोड़ उसे कहते हैं, जो दो हड्डियों को जोड़ने का काम करते हैं। जोड़े हेल्दी रहेंगे, तो आपकी कार्यक्षमता बढ़ेगी। लेकिन जोड़े और मांसपेशियों में दर्द होना सामान्य नहीं है।
40 की उम्र के बाद कुछ लोगों में शरीर के जोड़ों में दर्द बढ़ जाता है। जोड़ों में दर्द होने पर सूजन, दर्द, अकड़न जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। पुरानी चोट के कारण जोड़ों में दर्द का एहसास हो सकता है।
ये समस्या सर्दियों के दिनों में बढ़ जाती है। अगर आपके जोड़ों में पुरानी चोट है, तो डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। एक ही जगह पर लंबे समय पर बैठे रहने के कारण या एक ही पोजिशन में ज्यादा देर रहने के कारण भी जोड़ों में दर्द महसूस होता है।
अगर हड्डियों में दर्द हो रहा है और उम्र ज्यादा है, तो हड्डियों से जुड़ी बीमारी के कारण जोड़ों में दर्द हो सकता है। रुमेटाइट अर्थराइटिस, एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसके कारण जोड़ों में अकड़न और सूजन की समस्या होती है।
तनाव के कारण शरीर के जोड़ों में दर्द महसूस हो सकता है। अगर आपको अचानक से दर्द हो रहा है, तो समझ जाएं, कि ये अवसाद का एक कारण है।
जिस समय मानसिक स्थिति ठीक नहीं होती है, शरीर पर उसका बुरा प्रभव नजर आने लगता है जिनमें से एक है जोड़ों में दर्द होना। जोड़ों में दर्द होने पर तनाव घटाने के उपाय ट्राई करें।
अगर आपको टीबी है, तो जोड़ों में दर्द महसूस हो सकता है। बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण भी जोड़ों में दर्द हो सकता है। विटामिन डी और कैल्शियम की कमी होने के कारण भी जोड़ों में दर्द महसूस हो सकता है।
चिकनगुनिया एक वायरल बीमारी है। संक्रमित मच्छरों के काटने से ये रोग फैलता है। चिकनगुनिया होने पर शरीर में लाल रैशेज होते हैं, बुखार आता है और जोड़ों में दर्द हो सकता है।
अगर आपके जोड़ों के बीच ग्रीस खत्म हो गया है, तो जोड़ों में तेज दर्द महसूस हो सकता है। कार्य क्षमता को बनाए रखने के लिए ग्रीस का होना जरूरी है। ये एक नैचुरल उत्पाद है, जो जोड़ों के बीच पाया जाता है।
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