अमेरिका कहता है कि मेरे पास सुपरमैन है बैटमैन है spider-man है लेकिन भारत के पास क्या है ? तू ही सवाल के जवाब में हम आपको एक ऐसे आदमी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें की आम मानव जैसी ताकत नहीं है वह बाकी से अलग है और उसकी खूबियां भी अलग है तो आज हम बताते हैं आपको एक ऐसा आदमी जो कि अपने मुंह से किसी भी पत्थर को तोड़ कर खा सकता है और उसे वह हजम भी कर लेता है जिससे कि उसके शरीर पर इसका कोई बुरा असर भी नहीं पड़ता है |
कर्नाटका में रहने वाला एक मध्यम परिवार का 34 वर्ष का आदमी जिसका नाम है पिकी रप्पा अब आप पूछेंगे किस में खास बात क्या है तो हम आपको बता दें कि यह कोई आम यानी कि कोई साधारण आदमी नहीं है इसकी सबसे खास बात यह है कि यह खाना नहीं खाता खाने में यह हरी सब्जी या फिर दाल वगैरह कुछ भी नहीं खाता है बल्कि यह खाता है ईट पत्थर जैसी चीजों को खा कर ही अपना पेट भरता है तो अब आप पूछेंगे कि इससे यह अब तक जिंदा कैसे हैं तो हम आपको बता दें कि इसने शुरुआत से ही पत्थर और ईट को खाना शुरू कर दिया था जिससे कि इसके शरीर को अब आदत हो गई है कि वह पत्थर और ईट को पचा सके अब आपको सबसे अलग बात यह बताते हैं कि जब डॉक्टरों ने इसकी जांच करें तो इसका शरीर बिल्कुल फिट नजर आया उसमें किसी प्रकार के कोई भी बुरे लक्षण नहीं थे यानी कि इसके शरीर में कमजोरी नहीं पाई गई थी और ना ही इसके शरीर में खून की कमी मिली |
पिकी रब्बा खाने में ईट पत्थर और रेत का सेवन करता है लेकिन कहा जाता है कि एक दिन उसे उसके घर वालों ने यह सब खाने से मना कर दिया और उसे खूब समझाया लेकिन वह नहीं समझा तो आखिर में घर वालों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और सोचा कि कुछ दिन कमरे के अंदर रहेगा तो यह इन सब काम करना बंद कर देगा लेकिन जैसे ही कुछ दिन बाद जाकर देखा तो उसके कमरे की एक दीवार आदि टूटी हुई लग रही थी जब लोगों ने उससे पूछा कि उस दीवार को क्या हुआ तो उसने बताया कि जैसे ही उन लोगों ने उसे इस कमरे में बंद किया तभी से उसने उस दीवार को खाना शुरू कर दिया था | यह सब बातें सुनकर लोगों के मन में बहुत से सवाल उठने लगे और उन्होंने तरह तरह की बातें करनी शुरू कर दी तब घर वालों ने डॉक्टर को बुलाकर उसकी जांच करवाई तो पाया गया कि वह सही में ईट पत्थर और रेत का सेवन करता था जब उसकी पेट की जांच की गई तो पाया गया कि उसके सभी पाचन अंग अच्छे से काम कर रहे हैं यह सब देखकर डॉक्टर भी आश्चर्यचकित हो गए थे कि आखिर कैसे कोई इंसान एक पत्थर और रेत खाकर जिंदा रह सकता है |
वहां के लोगों का मानना है कि जब पिकी रब्बा ने पहली बार ईट का सेवन किया था तो उसको उसमें मजा आया था उसके बाद उसने धीरे-धीरे खाना अधिक कर दिया और वह उसके साथ साथ पत्थर और रेत को भी खाने लगा लेकिन इस सब बातों का खुलासा तब हुआ जब उसकी पत्नी ने उसके घर वालों को पता है कि यह भोजन को फेंक देता है और केवल पत्थर और रेत खाकर ही अपना पेट भरता है और उसका बुरी तरीके से यह आदी हो चुका है उसके बाद घर वालों ने उसे समझाने की कोशिश भी करी लेकिन उसने किसी के ना माने लेकिन अपनी मां के समझाने पर वह कुछ टुकड़े रोटी के और दाल के खा लेता है लेकिन उसके बाद वह हमेशा की तरह अपना पत्थर और रेत खा कर ही पेट भरता है और वह अपने क्षेत्र में इतना प्रसिद्ध है कि दूर-दूर के लोग उसे देखने के लिए आते हैं और वह उनके सामने पत्थर और रेत खाता है उसे यह सब खाता देखकर लोग उसे पैसे देकर चले जाते हैं जिससे कि उसके परिवार का पालन पोषण हो पाता है |
कहा जाता है कि वह जब गली में निकलता है और उसे यह दी कोई पत्थर दिखाई देता है तो वह उसको उठा कर खा जाता है | आपको बता दें कि अब तक इसका नाम गिनीज बुक में नहीं दर्ज है क्योंकि यह मध्यम परिवार से है इसलिए यहां तक मीडिया भी नहीं आती है लेकिन हमारे हिसाब से इसका नाम गिनीज बुक में होना चाहिए क्योंकि इसने अपने जुनून के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करी है तो आपका इसके बारे में क्या विचार है हमें कमेंट करके जरूर बताएं |