आप में से बहुत से लोग ऐसे होंगे जिन्होंने बरमूडा ट्रायंगल के बारे में सुना होगा या फिर इसका नाम सुना होगा और आपने यह भी सुना होगा कि अगर बरमूडा ट्रायंगल के ऊपर से कोई भी जहाज यदि गुजरता है तो वह डूब जाता है या फिर गायब हो जाता है | इस जगह को लेकर लोगों ने अलग-अलग कहानियां बना रखी है, कुछ लोग कहते हैं कि यहां पर एलियंस का खतरा है और कुछ कहते हैं अंटार्कटिक का शहर यहीं पर डूबा था. आज हम आपको बताएंगे कि इस जगह के बारे में क्या सही है और क्या गलत है और क्या-क्या अफवाहें लोगों ने फैला रखी है !!! और इसके साथ ही हम आपको एक ऐसे आदमी के बारे में बताएंगे जो कि बरमूडा ट्रायंगल से जिंदा बचकर आया है !
बरमूडा ट्रायंगल पर बहुत सी रहस्यमई घटनाएं घटित हो चुकी हैं, अगर हम बात करें तो USA का एक बहुत बड़ा जहाज जो कि 101 साल पहले बरमूडा ट्रायंगल के अंदर गायब हो गया था इस जहाज की लंबाई पर बहुत अधिक थी और इसमें 11000 kg कोयला और 300 यात्री बैठकर जा रहे थे | जब यह बरमूडा ट्रायंगल के पास जा रहा था तब एक बहुत ही रहस्यमई तरीके से यह जहाज गायब हो गया था . उसके गायब होने के बाद सरकार ने बहुत से लोगों को भेजकर वहां पर इस जांच की तलाश करवाई लेकिन वहां पर इस जहाज का मलबा तक नहीं मिला | 1918 मैं जब यह जहाज गायब हुआ था तब world war 1st भी चल रहा था तब सरकार ने यह आरोप लगाए कि यह जर्मनी सरकार की कोई साजिश है, लेकिन जर्मनी ने इन सब बातों से साफ इंकार कर दिया और उन्होंने कहा कि हमारा इन सब से कोई लेना देना नहीं है |
कई लोगों का मानना है कि यह जहाज आवश्यकता से अधिक सामान से भरा हुआ था जिसके चलते यह उसके अंदर डूब गया लेकिन फिर भी वही सवाल घूम कर आ रहा था कि आखिर इस जहाज का मलबा किधर गया | सन् 1945 में जब अमेरिका के 5 पायलट अपने लड़ाकू विमान लेकर अपनी सामान्य प्रेक्टिस करने के लिए निकले हुए थे उसी दौरान यह लोग बरमूडा ट्रायंगल के ऊपर से भी गुजरे और जैसे ही वह उसके ऊपर से गुजरे सभी प्लेन वहां से गायब हो गए और उनका GPS system से भी संपर्क टूट चुका था. तभी अमेरिका की सरकार ने सोचा कि क्यों न उनको ढूंढने के लिए एक अलग से प्लेन भेजा जाए और उन्होंने इसके लिए एक नया प्लेन भेजा ताकि उनको ढूंढा जा सके लगभग 13 लोग उस प्लेन में सवार होकर गए और जैसे वह प्लेन उस जगह के पास गया वह प्लेन भी गायब हो गया.
इन सब के बाद सभी लोग बहुत ज्यादा परेशान हो गए और इन सब को ढूंढने के लिए सरकार ने बहुत से अभियान भी चलाए लेकिन वह कोई भी काम नहीं आया | कई बार वहां पर बहुत से मलबे में मिले लेकिन उनका उन प्लेन से कोई भी लेना देना नहीं था वह कोई और ही चीज के थे , उन 6 प्लेन का आज तक कोई भी पता नहीं चल पाया और यह आज तक एक बहुत बड़ा रहस्य बना हुआ है | उसके बाद यह मुद्दा कई दिनों तक शांत रहा लेकिन सन 1964 में इसे फिर एक बात आगे लाया गया और एक जब सर्च करने वाले हैं आदमी ने बताया कि यह एक ऐसी जगह है जहां से दूसरी दुनिया के अंदर जाया जा सकता है, अब केवल एक ही रास्ता बताता कि यदि वहां से कोई जिंदा आ जाए तो ही सच्चाई का मालूम हो सकता है, फिर एक ऐसा शख्स मिल भी गया .
वह शक्स जो बरमूडा ट्रायंगल से जिंदा लौट आया ?
यह एक पायलट था जो कि बरमूडा ट्रायंगल से जिंदा बचकर आया था, उस आदमी का नाम था ब्रूस कैनन | ब्रुस कैनन बताते हैं कि जब 1970 वह और उनके पिता किसी काम को लेकर उस beach के ऊपर से जा रहे थे और जैसे ही वे बरमूडा ट्रायंगल के ऊपर से गुजरे वहां पर एक बादलों का झुंड बना और प्लेन की स्पीड अधिक होने के कारण वह उसे रोक नहीं पाए जिसके कारण प्लेन सीधा उन बादलों के अंदर घुस गया | उनका कहना था कि उनको ऐसा लग रहा था कि जैसे वह किसी और दुनिया में आ गए हो और लगभग 3 मिनट तक उन बादलों के अंदर जहाज उड़ाने के बाद वह जैसे बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि वहां पर नीला
आसमान ने होकर चारों तरफ सफेद कोहरा था | तुम को समझ नहीं आ रहा था कि आसमान कहां है और समुंदर कहां और उनका कोई भी यंत्र उस समय काम नहीं कर रहा था जिससे कि वह मदद ले सके | लेकिन थोड़ी देर बाद उनका एक रेडियो स्टेशन से संपर्क हुआ तब उन्होंने उनसे मदद मांगी कि उन्हें रास्ता बताएं कि आखिर उन्हें जाना किधर है |
उन्होंने बताया कि उनका रडार उनके प्लेन को संपर्क नहीं कर पा रहा है कि आखिर आपका प्लेन है किधर और कुछ समय बाद जब अंधकार कम हुआ तो उनके रडार पर वह प्लेन दिखना शुरू हुआ | इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि जिस स्पीड से वह लोग बाहर निकले वह लगभग बहुत ज्यादा अधिक थी क्योंकि उस स्पीड में कोई भी प्लेन नहीं चल सकता है क्योंकि उन्होंने 3 मिनट में 150 किलोमीटर पार किए थे यानी उनकी स्पीड हो गई थी 3000 किलोमीटर प्रति घंटा जो कि नामुमकिन है जय स्पीड जो दुनिया का सबसे तेज स्पीड वाला प्लेन है उससे भी कई गुना ज्यादा थी, इन सब बातों का सामना करते हुए वे सभी नीचे आ चुके थे लेकिन पायलट अभी भी सदमे में था कि आखिर यह सब हो क्या गया और उन्होंने नीचे उतर कर प्लेन का fuel चेक किया और उन्होंने देखा कि जितना खत्म होना था उससे आधा ही खत्म हुआ है | यह एक बहुत ही बड़ी आश्चर्यचकित करने वाली घटना है और इसका जवाब किसी भी वैज्ञानिक के पास नहीं है |