Aant ko detox kaise kare: बिगड़ी लाइफस्टाइल और खराब खानपान के कारण अक्सर लोगों को पेट से जुड़ी समस्याएं होती हैं, जिसके कारण कई तरह की दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। हमारे खानपान और स्वास्थ्य में आतों की अहम भूमिका होती है, अगर आपकी आंतें सही से काम नहीं करेंगी तो आपको कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। आंतें हेल्दी नहीं होंगी तो इससे आपका पाचन तंत्र भी प्रभावित हो सकता है, जिसका असर इम्यूनिटी पर पड़ेगा। ऐसे में आपको अपने गट का खास ख्याल रखना चाहिए। इस लेख में हम आपको गट-हीलिंग वेलनेस शॉट की रेसिपी और इसके फायदे बताएंगे, जो आपकी आंतों को हेल्दी रखने में मदद करेगा।
पौष्टिक तत्वों से भरपूर गट-हीलिंग वेलनेस शॉट से आपके शरीर को प्रोबायोटिक्स, विटामिन्स के साथ प्रीबायोटिक्स और एंटीऑक्सिडेंट्स भी मिलेंगे। आप इसे एक बार में हफ्तेभर के लिए बनाकर फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं। गट-हीलिंग वेलनेस शॉट आपकी आतों को स्वस्थ रखने में मदद करेगा और आपके पाचन को भी बेहतर करेगा।
गट-हीलिंग वेलनेस शॉट रेसिपी
- इस जूस को बनाने में प्रयोग होने वाली सभी सामग्री को हाइड्रोजन पेरोक्साइड और बेकिंग सोडा की मदद से साफ करें ताकि इसकी सारी गंदगी और पेस्टिसाइड निकल जाएं। हफ्ते भर के लिए शॉट बनाने के लिए आपको एक छिला हुआ पाइनएप्पल टुकड़ों में कटा हुआ, 3 इंच की ताजी हल्दी बिना छिली हुई, एक बिना छिला खीरा, एक नींबू छिलका निकला हुआ और ताजा पुदीना चाहिए होगा। सभी को एक मिक्सर जार में डालकर जूस निकाल लें और इसमें आधा चम्मच काली मिर्च का पाउडर मिलाएं, फिर इसे कांच की छोटी बोतलों में भर लें। आप रोजाना इसे एक हफ्ते तक पिएं, इससे आपकी आंतें स्वस्थ रहेंगी।
- सर्दी के मौसम में आंतों को हेल्दी रखने के लिए आप चुकंदर और गाजर की कांजी भी बना सकते हैं। इसके लिए आपको 500 ग्राम ताजी गाजर और चुकंदर को काटकर एक बड़े जार में भरना होगा और ऊपर से आप 2 लीटर पानी नमक, काली मिर्च और 4 चम्मच सरसों का पाउडर डालकर 3 से 4 दिन के लिए फर्मेंट होने दें। इसके बाद आपकी कांजी तैयार हो जाएगी, जिसे आप दिन में खाना खाने से कम से कम 1 घंटे पहले पिएं।
गट-हीलिंग वेलनेस शॉट के फायदे
- इसमें मौजूद पोषक तत्व आपकी आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
- एंटीऑक्सिडेंट्स आपके शरीर को हेल्दी रखने के लिए जरूरी होते हैं।
- विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर इस ड्रिंक को पीने से आपकी पेट से जुड़ी समस्याएं कम होंगी।
अगर आप किसी तरह की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं तो इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
आंतों को जल्दी से कैसे साफ करें?
आंतों को साफ रखना स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए बहुत जरूरी है। आंतों को जल्दी से साफ करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- फाइबर युक्त आहार – अपने आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं। सब्जियां, फल, साबुत अनाज, बीन्स आदि फाइबर से भरपूर होते हैं। फाइबर आंतों को साफ करने में मदद करता है।
- पर्याप्त पानी पिएं – दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। पानी शरीर के वेस्ट उत्पादों को बाहर निकालने में मदद करता है।
- दही का सेवन करें – दही प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है जो आंतों की अच्छी बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। रोजाना दही खाने से आंतें स्वस्थ रहती हैं।
- प्रोबायोटिक भोजन का सेवन करें – किम्ची, कन्जी, आलूबुखारा, मिसो आदि प्रोबायोटिक्स से भरपूर होते हैं। इनका सेवन आंतों को स्वस्थ रखने में मददगार है।
- व्यायाम करें – नियमित व्यायाम आंतों की गतिविधियों को बेहतर बनाता है। रोज 30-45 मिनट की वॉक या योग करें।
- सही मुद्रा में शौच करें – पैरों को जमीन पर टिकाएं और शरीर को आरामदायक मुद्रा में रखकर शौच करने से आंतों को साफ करने में मदद मिलती है।
- मसालेदार और तले भोजन से बचें – जलने, कब्ज और गैस की समस्या हो सकती है। हरी सब्जियों का सेवन करें।
- तनाव और बेचैनी से बचें – योग और ध्यान से मानसिक शांति मिलती है जो आंतों के लिए अच्छी है।
- पर्याप्त नींद लें – 6-8 घंटे की नींद आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
- एलोवेरा जूस पिएं – एलोवेरा के जूस में एंट्राक्विनोन और एंजाइम होते हैं जो आंतों को साफ करने में मदद करते हैं।
इन सभी उपायों को अपनाकर और स्वस्थ आहार-व्यवहार का पालन करके आप अपनी आंतों को जल्दी और सही तरीके से स्वच्छ रख सकते हैं। (Aant ko detox kaise kare)
आंतों में जमी गंदगी को कैसे निकाले?
आंतों में जमा हुई गंदगी को निकालने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- फाइबरयुक्त आहार – फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज आदि फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन बढ़ाएं। फाइबर आंतों की गंदगी को साफ करने में मदद करता है।
- प्रोबायोटिक्स – दही, छाछ, आलूबुखारा, किम्ची आदि प्रोबायोटिक्स वाले आहार का सेवन करें। ये अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं जो आंतों को साफ करते हैं।
- पर्याप्त पानी पिएं – रोजाना 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। पानी आंतों की गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है।
- एलोवेरा जूस – एलोवेरा जूस में एंट्राक्विनोन और एंजाइम होते हैं जो आंतों को साफ करते हैं।
- तेल हरी खाद्य सामग्री – पालक, मेथी, पुदीना आदि तेल हरी सब्जियों का सेवन करें। ये आंतों को शुद्ध करने में मदद करती हैं।
- गुलकंद – गुलकंद के रस में एंजाइम होते हैं जो गंदगी को निकाल कर आंतों को साफ करते हैं।
- त्रिफला – त्रिफला आंतों को शुद्ध करने और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है।
- नियमित व्यायाम और योग – व्यायाम और योग आंतों की गतिशीलता बढ़ाते हैं जिससे गंदगी बाहर निकलती है।
- पर्याप्त नींद लें – 6-8 घंटे की नींद आंतों को विश्राम देती है और उन्हें स्वस्थ बनाए रखती है।
- धूम्रपान और शराब से परहेज करें – ये आंतों को नुकसान पहुँचाते हैं।
इन उपायों को अपनाकर और संतुलित आहार लेकर आप आंतों में जमी गंदगी को साफ कर सकते हैं और उन्हें स्वस्थ रख सकते हैं।
पेट की आंतों को कैसे ठीक करें?
पेट की आंतों को ठीक रखने और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- फाइबरयुक्त आहार – फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज आदि फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन बढ़ाएं। फाइबर पाचन में सहायक होता है।
- पानी – पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। पानी आंतों को नरम और लचीला बनाए रखता है।
- दही – दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आंतों के लिए लाभदायक होते हैं। इसका नियमित सेवन करें।
- योगासन – पवनमुक्तासन, भुजंगासन आदि योगासन आंतों की हलचल को बढ़ाते हैं।
- मसालेदार भोजन से परहेज – तीखा, मसालेदार और बहुत नमकीन भोजन आंतों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- प्रोबायोटिक भोजन – किम्ची, मिसो आदि प्रोबायोटिक भोजन आंतों के लिए लाभदायक हैं।
- तनाव न लें – तनाव और चिंता पेट की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। ध्यान और योग करें।
- एलोवेरा जूस – एलोवेरा जूस पीने से आंतें स्वस्थ रहती हैं।
- गुनगुना पानी – सुबह उठकर गुनगुने पानी से पेट साफ होता है।
- सही तरीके से शौच करें – शौच की सही मुद्रा आंतों के लिए फायदेमंद होती है।
इन उपायों से आंतों की क्रियाशीलता बेहतर होगी और पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा। एक संतुलित आहार भी आंतों के लिए बहुत जरूरी है।
पेट की आंतों कमजोर हो तो क्या खाना चाहिए?
अगर पेट की आंतें कमजोर हो गई हैं, तो उन्हें मजबूत करने के लिए आहार में निम्न चीजों को शामिल करना चाहिए:
- फाइबर युक्त आहार – फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज जैसे गेहूँ, चना, ज्वार आदि में फाइबर होता है। फाइबर आंतों की दीवारों को मजबूत करता है और उनकी नियमित गतिविधि बनाए रखने में मदद करता है।
- करेला – करेले में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो आंतों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके रस का सेवन करने से आंतों की परत मजबूत होती है।
- दही – दही प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है जो आंतों की अच्छी बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है और पाचन क्रिया को सही रखने में मदद करता है।
- अंडा – अंडे में विटामिन ए, बायोटिन और प्रोटीन पाया जाता है जो आंतों की कोशिकाओं को मजबूत करने में मदद करते हैं।
- लस्सी – लस्सी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आंतों की परत की कोशिकाओं की रक्षा करते हैं और उन्हें नुकसान से बचाते हैं।
- ताजे फलों का जूस – सेब, अनानास, संतरे के जूस से आंतों में ऊर्जा पहुँचती है और वे मजबूत होती हैं।
- सूखे मेवे – बादाम, अखरोट, पिस्ता आदि में विटामिन E और ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं जो आंतों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
इस तरह के आहार और पर्याप्त नींद व व्यायाम से आंतों को मजबूत किया जा सकता है। (Aant ko detox kaise kare)
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आंतों की खराबी के क्या लक्षण है?
आंतों की खराबी के कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:
- कब्ज – मल त्याग करने में कठिनाई होना या मल त्याग में अनियमितता आंतों की खराबी का संकेत है।
- पेट फूलना – आहार के बाद पेट में गैस और फूलन होना आंतों में समस्या का संकेत हो सकता है।
- पेट दर्द – पेट में ऐंठन और दर्द होना आंतों में सूजन या संक्रमण का लक्षण हो सकता है।
- दस्त – अगर दस्त होने पर भी पेट साफ न हो तो यह आंतों की समस्या को इंगित करता है।
- भूख न लगना – भोजन करने के बाद भी भूख न लगना आंतों में किसी समस्या का संकेत है।
- कमजोरी महसूस होना – आंतों की कमी से पोषक तत्वों का अवशोषण कम होता है जिससे कमजोरी लगती है।
- वजन घटना – बिना किसी कारण के वजन घटना आंतों में समस्या का संकेत दे सकता है।
- खूनी दस्त – मल में खून आना आंतों के संक्रमण या घाव का लक्षण है।
- बुखार – कई बार आंतों की बीमारी में हल्का बुखार भी आ सकता है।
- मतली और उल्टी – चिड़चिड़ापन, भूख न लगना और उल्टी भी आंतों में समस्या के कारण हो सकते हैं।
ऐसे लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।