ऐसा कहा जाता है कि इंसान के दिल का रास्ता उसके पेट से होकर गुजरता है। यानी अगर किसी का दिल खुश करना हो तो उसे एक स्वाद भोजन दे दो। यही कारण भी है कि अक्सर कुछ भी स्वाद मिलने पर हम उसकी मात्रा का ध्यान नहीं रखते और जरूरत से ज्यादा भोजन कर लेते हैं, जिसकी वजह से पेट में गैस होने लगती है। एसिडिटी की समस्या तब पैदा होती है जब गैस्ट्रिक ग्रंथियां बहुत अधिक एसिड का उत्पादन करती है। इसके कारण ही गैस, सांस की बदबू, पेट दर्द और दूसरी समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
वैसे आपको बता दें कि गैस दो तरह से शरीर में बनती है। कैनेडियन सोसाइटी ऑफ इंटेस्टाइनल रिसर्च के अनुसार एक गैस तब बनती है जब भोजन करते हुए हवा शरीर में प्रवेश करती है। इससे शरीर में नाइट्रोजन और ऑक्सीजन शरीर में आ जाता है। वहीं दूसरी तरह गैस तब बनती है जब हम भोजन पचाने की प्रक्रिया में होते हैं तो हाइड्रोजन, मीथेन या कार्बन डाइऑक्साइड जैसी गैसें शरीर में बनने लगती हैं। इन गैसों का समय पर कुछ ना किया जाए तो यह बहुत सी दिक्कत पैदा कर देती हैं। गैस से जुड़ी इन्हीं समस्याओं से लोग आसानी से राहत पा सकें। इसलिए ही हम आपको कुछ उपाय बता रहे हैं।
छाछ का सेवन
छाछ एक सात्विक भोजन की श्रेणी में गिना जाता है। इसके अंदर लैक्टिक एसिड पाया जाता है जो गैस्ट्रिक एसिडिटी से आपको राहत दिला सकती है। अगर अगली बार आपको गैस की समस्या महसूस हो तो आप तुरंत एक गिलास छाछ में थोड़ी काली मिर्च और धनिए का रस मिलाकर पी जाएं। इससे आपको जल्दी ही गैस से राहत मिल जाएगी।
गैस बनने पर केले का सेवन करें
केले का उपयोग सदियों से एसिडिटी या गैस से राहत पाने के लिए किया जा रहा है। आपको बता दें कि केले को अंदर प्राकृतिक एंटासिड होता है जो एसिड रिफ्लक्स को रोकने में आपकी सहायता कर सकता है। गैस से राहत पाने के लिए आप रोजाना एक केले का सेवन कर सकते हैं।
सेब का सिरका
शरीर में बहुत बार एसिड रिफ्लक्स की वजह पेट में एसिड की कमी का ही परिणाम होता है। ऐसे में आप सेब के सिरके का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल एक कप पानी में दो बड़े चम्मच अनफिल्टर्ड सेब के सिरके का उपयोग करना है। इसका दो बार सेवन करने से आपको पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत मिल जाएगी।
खाने में करें लौंग का उपयोग
लौंग का सेवन हमारी सेहत पर तो सकारात्मक प्रभाव डालता ही है। साथ ही इसके अंदर कार्मिनेटिव प्रभाव होता है। दरअसल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में गैस के विकास को रोकने का काम करता है। अगर आप राजमा, या काले चने बनाए तो इसे बनाते समय लौंग का उपयोग जरूर करें।
भुने हुए जीरे को पानी में डालकर पी जाएं
जीरा एक बेहतरीन एसिड न्यूट्रलाइजर के रूप में जाना जाता है। यह ना केवल पाचन संबंधित दिक्कतों को दूर करता है बल्कि यह पेट दर्द से भी राहत दिलाता है। भोजन के बाद भुने हुए जीरे को थोड़ा सा क्रश करें और इसे एक गिलास पानी में डालकर पी लें। या फिर गरम पानी में एक चम्मच जीरा डालकर पीएं।
दालचीनी की चाय से दूर करें पेट गैस
दालचीनी एक ऐसा मसाला है जो स्वाद के साथ – साथ शरीर के विभिन्न अंगों के लिए फायदेमंद है। आपको बता दें कि यह एक आम मसाला है जो प्राकृतिक एंटासिड के रूप में कार्य करता है और पाचन को बेहतर कर पेट को शांत रखने में मदद करता है। इसके अलावा यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में इंफेक्शन को ठीक कर सकता है। इसके लिए आप रोजाना चाय का सेवन करें।
गरम पानी के साथ करें तुलसी के पत्तों का सेवन
तुलसी के पत्तों के अंदर कार्मिनेटिव गुण होते हैं जो आपको एसिडिटी से तुरंत राहत दिला सकते हैं। इसके लिए आपको केवल तुलसी के तीन से चार पत्ते लेने हैं और इन्हें खा लेना है। इसके अलावा आप चाहें तो गरम पानी में डालकर भी इनका सेवन कर सकते हैं।