रोज खाए जाने वाले ये 5 फूड्स कम करते स्पर्म काउंट, नियमित सेवन से हो सकती है इंफर्टिलिटी

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पुरुषों में इन्फर्टिलिटी की समस्या काफी तेजी से बढ़ रही है। इन दिनों ज्यादातर लोग कामेच्छा में कमी देखने को मिल रही है। इसका एक बड़ा कारण पुरुषों में स्पर्म काउंट की कमी है। स्पर्म काउंट की कमी के कारण पुरुषों को पिता बन पाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्पर्म काउंट बढ़ाने और इन्फर्टिलिटी से छुटकारा पाने के लिए पुरुष महंगी-महंगी दवाएं, आयुर्वेदिक औषधियों, हर्ब्स और घरेलू नुस्खों का प्रयोग करते हैं। लेकिन फिर भी कोई फायदा नहीं मिलता है। लेकिन क्या आपने कभी इसके कारणों के बारे में जानने की कोशिश की है कि आखिर इतने प्रयासों के बाद भी शुक्राणु क्यों नहीं बढ़ते हैं? 

क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन गरिमा गोयल की मानें तो आप दिन भर में ऐसे कई फूड्स का सेवन करते हैं,  जो स्पर्म काउंट को प्रभावित करते हैं और नुकसान पहुंचाते हैं। यही कारण है कि सबकुछ ट्राई करने के बाद भी शुक्राणु नहीं बढ़ते हैं। साथ ही अगर आप नियमित इनका सेवन जारी रखते हैं, तो यह इन्फर्टिलिटी का कारण बन सकते हैं। इस लेख में हम आपको ऐसे 5 फूड्स बता रहे हैं जिनके सेवन से स्पर्म काउंट कम होते हैं।

स्पर्म काउंट कम करने वाले फूड्स

1. जंक-प्रोसेस्ड फूड्स और मीट

ज्यादा तला-भुना, मसालेदार, पैकेज्ड फूड्स और प्रोसेस्ड मीट आदि का सेवन पुरुषों में स्पर्म काउंट की कमी का एक बड़ा कारण है। इसलिए आपको इनके अधिक सेवन से बचना चाहिए।

2. सोया उत्पाद

सोया और सोया से बने उप्ताद जैसे टोफू, सोया मिल्क, तेल, सोयाबीन आदि के नियमित और अधिक मात्रा में सेवन से शुक्राणु कम हो सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इनमें फाइटोएस्ट्रोजेन-एस्ट्रोजन यौगिक होते हैं, जो पौधों में पाए जाते हैं। बोस्टन में फर्टिलिटी क्लीनिक एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला गया कि जो अगर पुरुष ज्यादा सोया प्रोडक्ट्स का सेवन करते हैं, तो इससे स्पर्म काउंट में कमी आ सकती है।

3. फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स

ज्यादा फैट वाला दूध और दूध से बने उत्पाद जैसे दही, पनीर, क्रीम आदि के अधिक सेवन से भी स्पर्म काउंट प्रभावित हो सकता है। रोचेस्टर यंग मेन्स स्टडी में पाया गया है कि अधिक फैट वाले डेयरी उत्पाद शुक्राणुओं की गतिशीलता को कम कर सकते हैं साथ ही उनकी आकार और टेक्सचर को भी प्रभावित कर सकते हैं।

4. स्मोकिंग और शराब का अधिक सेवन

फर्टिलिटी एंड स्टेरिलिटी में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि ज्यादा शराब पीने वाले पुरुष शुक्राणुओं में कमी का अधिक सामना करते हैं, ऐसा इसलिए है क्योंकि ज्यादा शराब का सेवन टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन में नकारात्मक परिवर्तन होते हैं। जिससे न सिर्फ वीर्य की मात्रा में कमी आती है, बल्कि स्पर्म काउंट भी कम होता है। ठीक इसी तरह स्मोकिंग भी स्पर्म काउंट को प्रभावित करती है।

5. चाय-कॉफी का अधिक सेवन

इनमें कैफीन मौजूद होता है। अगर आप कैफीन का अधिक सेवन करते हैं, तो यह स्पर्म काउंट को प्रभावित कर सकता है। साथ ही आपको सोडा और एनर्जी ड्रिंक्स के सेवन भी बचना चाहिए, क्योंकि इनमें भी कैफीन अधिक मात्रा में होता है। कैफीन वाले फूड्स या ड्रिंक्स का अधिक सेवन वीर्य की मात्रा और स्पर्म काउंट में कमी का कारण बन सकता है। साथ ही यह डीएनए को भी ब्रेक करता है, और प्रेगनेंसी में देरी का कारण भी बनता है।

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