मल पाचन प्रक्रिया का एक हिस्सा है। मल में सभी अपशिष्ट उत्पाद होते हैं, जिन्हें शरीर समाप्त कर देता है। इसमें अपचित खाद्य कण, बैक्टीरिया, लवण और अन्य पदार्थ शामिल हो सकते हैं। कभी-कभी मल के रंग, बनावट, मात्रा और गंध में भिन्नता होती है। वैसे तो ये बदलाव होना आम है। ये एक से दो दिन में ठीक हो जाते हैं। लेकिन कई बार मल के रंग और गंध के आधार पर स्वास्थ्य का पता लगाया जा सकता है। खराब मल शरीर में होने वाली बीमारियों का लक्षण हो सकता है। लेकिन आप सोच रहे होंगे कि खराब मल क्या होता है? खराब मल के लक्षण क्या होते हैं? आइए, जानते हैं-
खराब मल के लक्षण
कठोर टुकड़ों में मल
अगर आपका मल टुकड़ों-टुकड़ों में आता है। साथ ही कठोर भी होता है और मल त्याग में दिक्कत होती है, तो इसे खराब मल का लक्षण माना जाता है। कठोर टुकड़ों वाला मल गंभीर कब्ज का संकेत होता है। इसलिए अगर आपको मल त्याग में दर्द हो रहा है, फिर हार्ड टुकड़ों में मल निकल रहा है तो इस लक्षण को नजरअंदाज न करें। क्योंकि यह बवासीर का कारण बन सकता है।
काला मल निकलना
काला मल भी खराब मल का एक संकेत होता है। खासकर अगर काला मल टार जैसा दिखता है, तो यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रक्तस्राव का संकेत हो सकता है। इस स्थिति को आप आपको ध्यान रखने की जरूरत होती है। इसे बिल्कुल भी अनदेखा न करें। अगर आपको काला मल निकल रहा है, तो इस स्थिति में एक बार डॉक्टर से जरूर मिलें।
पीला मल
पीला मल भी खराब मल का एक लक्षण होता है। अगर पीला मल और चिकना नजर आ रहा है, तो इसका मतलब है कि मल में अधिक फैट है। यह एंजाइम या पित्त के उत्पादन में कठिनाई की वजह से हो सकता है।
लिक्विड मल
जिस तरह कठोर मल खराब स्वास्थ्य की ओर इशारा करता है। उसी तरह लिक्विड मल भी खराब सेहत का संकेत होता है। लिक्विड मल डायरिया और इंफ्लामेशन का संकेत होता है। अगर लिक्विड मल निकलता है, तो इस स्थिति में आपको खूब पानी पीना चाहिए।
अधिकतर लोगों को किसी न किसी स्तर पर मल के रंग में भिन्नता देखने को मिलती है। यह आहार या किसी अन्य मामूली कारण से हो सकता है। इसलिए अगर 2 या अधिक हफ्तों तक मल के रंग में बदलाव नजर आए, तो एक बार डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें।